गुरुवार, 29 अगस्त 2013

युवाओं में तकनीक से आएंगे गोविन्दा ..




 वसदेवसुतं देवं कंस चार्णूरमर्दनम् ।

देवकी परमानंदम् कृष्णं वंदे जगद्गुरुम् ।।

आठ की महिमा


वां अवतार भगवान विष्णु ने कृष्ण के रूप में लिया।
वीं संतान थे देवकी और वसुदेव की भगवान कृष्ण ।
वीं तिथि यानी अष्टमी को अवतार लिया भगवान कृष्ण ने।

तथ्य

आज पांच हजार ५६ वर्षों के बाद श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कृष्ण जन्म की स्थितियां संकेत कर रही हैं कि तारणहार आने वाला है।
द्वापर में जब कृष्ण के अवतार लिया था तब भाद्र कृष्णपक्ष की अष्टमी, बुधवार, रोहिणी नक्षत्र, वृषभ लगन, उच्च का चंद्रमा, सिंह राशि का सूर्य था।
आज भी भाद्र कृष्णपक्ष की अष्टमी, बुधवार, रोहिणी नक्षत्र, वृषभ लगन, उच्च का चंद्रमा, सिंह राशि का सूर्य है। इसके अलावा अन्य छोटे संयोग भी मिल रहे हैं।

विचार और शुभकामनाएं


फेसबुक के सभी मित्रों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं। इन्हीं शब्दों के साथ कि इस बार तारणहार के आने के पूरे संकेत तो हैं लेकिन वे इस बार नहीं आएंगे। खुद भगवान ने कहा है कि कलयुग में देह धारण नहीं करूंगा लेकिन संगठित शक्ति के रूप में अवतार लूंगा। यानी इस बार हर भारतीय को अपने आपको हर दृष्टि से श्रेष्ठ बनाना होगा। जागरूक होना होगा। वैसे श्रीमद् भागवत में लिखा है कलियुग में भगवान कल्कि के रूप में अवतार लेगें। दूसरी ओर भगवान स्वंय कहते हैं कि कलियुग मैं मनुष्य के रूप में अवतार नहीं लूंगा। कल्कि शब्द कल से बना है जिसका कि अर्थ होता है मशीन । यह कलियुग यानी मशीनी युग है, तकनीक का युग है। यानी मशीन या तकनीकी से जुड़ी कोई ताकत भारत की तारणहार बनेगी। वर्तमान में भारत के युवा जिस तरीके से तकनीक के क्षेत्र में आगे हैं उससे लगाता है कि कल्कि का अवतार किसी तकनीक से और वह भी युवाओं के माध्यम से निकलेगा और उसी के दम पर भारत फिर से दुनिया का सिरमौर होगा।
श्रीकृृष्ण जन्माष्टमी के संकेत सत्ताओं के बदलाव और रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि का शुभ संयोग समृद्धि और स्थिरता का संकेत दे रहा है।

आप ये करें


तो आज जन्माष्टमी की रात १२.१२ मिनट पर भगवान श्रीकृष्ण का पंचामृत यानी दूध, दही, धी, शहर और शक्कर से अभिषेक करें। उसके बाद लड्डू गोपालजी का श्रृंगार  करें। माखन और मिश्री का भोग लगाएं। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। गुरूवार को पुन: भगवान को स्नान करवाकर उन्हें नए वस्त्र पहनाएं और बच्चों को खिलौने और चाकलेट बांटे। सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी।




जय श्रीकृष्ण

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