शनिवार, 7 सितंबर 2013

क्या न्यूज चैनल स्वामी नित्यानंद से माफी मांगेगे



क्या इंटरनेट से इन दोनों से मार्फिग किए फोटो हटेंगे

आसाराम बापू के ताजा तरीन  विवाद के बीच एक सुखद  खबर आई है कि दक्षिण के प्रमुख संत स्वामी नित्यानंद ओर फि ल्मी अभिनेत्री रंजीता मेनन के एक साल पहले तमिल चैनल पर चलाए गए वीडियो क्लिप मार्फड और झूठे हैं। इसके लिए चैनल को एक सप्ताह तक हर दो घंटे में एक बार माफीनामा चलाने का ब्राडकास्टिंग कंटेट कम्पलेन काउंसिल ने आदेश दिया है। इस खबर ने कम से कम बाबाओं की लाज बचा ली। आपको याद दिला दूं कि देश के कई हिन्दी, अंग्रेजीऔर रीजनल  न्यूज चैनलों ने भी बाबा नित्यानंद और अभिनेत्री वाला यह वीडियो क्लिप चलाया था। क्या ये चैनल भी बाबा नित्यानंद और रंजीता से माफी मांगेगे। नैतिकता के आधार पर क्या वे माफी मांगेगे। इस मामले में प्रिंट मीडिया का रिकार्ड अच्छा है। ज्यादातर हिन्दीऔर अंग्रेजी के अखबारों ने इस खबर को जगह दी है। इसके अलावा इन दोनों के इसी क्लिप से बनाए गए हजारों आपत्तिजनक फोटो इंटरनेट पर हैं। क्या इन्हें हटाने के लिए कोई प्रक्रिया प्रारंभ होगी।
 दक्षिण में बाबा नित्यानंद ने हिन्दूओं के धर्मान्तरण के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इसाई बन चुके हजारों लोगों की वे धर्मवापसी भी करवा चुके हैं। इससे बौखलाएं लोगों ने एक चैनल को मोहरा बनाकर उन्हें अपना शिकार बनाया। इससे यह भी साफ है कि सेवा के नाम गरीब लोगों का धर्मान्तरण कराने वाली संस्थाएं सनातन धर्म के संतों को निशाना बनाने में लगी हुई हैं। इस मामले में बाबा पर जो दाग हटा है उसमें रंजीता की ही प्रमुख भूमिका है। उसने न्याय प्रक्रिया के माध्यम से ही अपने और स्वामीजी पर लगे आरोपों को गलत साबित कर दोषियों को दंड भी दिलवाया।

यह था मामला

पीटीआई के अनुसार इस मामले में रंजीता ने कर्नाटक हाईकोर्ट में एक रिट लगाई थी। इसमें बताया गया था कि पिछले साल २१ मार्च को स्टार विजय टीवी चैनल ने क्या हुआ, अपराध और पृष्ठभूमि नामक शीर्षक से उसके वीडियो प्रसारि किए थे। इसमें उसे संत स्वामी नित्यानंद के साथ दिखाया गया था।

उच्च न्यायालय ने दिए निर्देश


उच्च न्यायालय ने न्यूज ब्राडकास्टिंग स्टेंडर्ड अथारिटी (एनबीएसए) को निर्देश दिए कि वे रंजीता की बात को सुनें। चूंकि यह मामला मनोरजंन चैनल से जुड़ा हुआ था इसलिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इस मामले को ब्राडकास्टिंग कंटेट कम्पलेन काउंसिल (बीसीसीसी) को भेज दिया। इसके प्रमुख दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एपी शाह हैं।

अभिनेत्री रंजीता ने कहा

बीसीसीसी के सामने रंजीता ने कहा कि टीवी चैनल पर दिखाएं गए क्लिप्स मार्फड हैं और उनका हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है। कार्यक्रम तथ्यहीन था। अफवाहों और असत्यापित बयानों के आधार पर उसके क्लिप्स को आधार बनाया गया था। अभिनेत्री का यह भी कहना था कि इस बारे में उससे चैनल के किसी भी प्रतिनिधि ने बात नहीं की और लगातार उसके नाम और क्लिप का इस्तेमाल किया और लोगों को इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया

https://www.facebook.com/manoj.binwal.5बीसीसीसी का आदेश

बीसीसीसी ने अपने आदेश में कहा कि चैनल ने स्वीकार किया है कि क्लिप मार्फ की गई थी। अपने दर्शकों को जागरूक बनाने के लिए उन्होंने इसे दिखाया
बीसीसी ने चैन के पक्ष को अंसतोषकारक मानते हुए आदेश दिया कि चैनल सात दिन तक हर दो घंटे में माफी के स्क्राल तमिल और अंग्रेजी भाषा में चलाएं। साथ ही चैनलों को चेताया कि के क्लिप्स और अन्य तथ्यों की प्रामाणिकता की जांच किए बगैर प्रसारित नहीं करें।












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